1- सबको ज्ञात ही है कि हरियाणा में विगत 10 वर्षों से बीजेपी सरकार काबिज है. इसी वर्ष 12 मार्च 24 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के त्यागपत्र के बाद नायाब सिंह सैनी द्वारा मुख्यमंत्री का पद भार ग्रहण किया गया.
2- 5 अक्टूबर 24 को हरियाणा में समस्त 90 सीटों पर मतदान हो चुका है जिसमें 1031 प्रत्याशी ने भाग लिया. अब वोटो की गिनती 8 अक्टूबर 24 को होनी है.
3- यहां पर हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के रिजल्ट का तर्कसंगत ज्योतिषीय विश्लेषण एवं भविष्यवाणी नायाब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण कुंडली तथा हरियाणा राज्य के स्थापना की कुंडली पर निम्नवत आधारित है:
4- नायब सिंह सैनी द्वारा 12 मार्च 24 को अपराहन 05:23 PM को चंडीगढ़ में सिंह लग्न में शपथ ग्रहण की गई थी. इस कुंडली मैं लग्नेश सूर्य सप्तम भाव में कुंभ राशि मे शनि के साथ युति बनाते हुए दुर्बल (Debilitated) स्थिति में बैठा हुआ है.
5- इसके अतिरिक्त उक्त कुंडली के अष्टम भाव में चंद्रमा, दुर्बल बुद्ध तथा राहु की युति भी बन रही थी जिसके कारण सैनी जी को उनके लगभग 6 माह के कार्यकाल में कुछ विशेष जन उपयोगी कार्य करने का मौका ही प्राप्त नहीं हुआ बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान केंद्रीय मंत्री श्री खट्टर जी ही अप्रत्यक्ष रूप से हावी रहे. श्री खट्टर जी के प्रति किसान, जवान एवं पहलवान जैसे प्रमुख मुद्दे एंटी इनकंबेंसी के रूप में जनता में प्रचलित रहे.
6- शपथ ग्रहण की इस कुंडली के सप्तम भाव में कुंभ राशि में शनि, सूर्य एवं शुक्र की युति के कारण सरकार को उथल-पुथल की स्थिति का सामना करना पड़ा. ध्यान रहे कि उस समय बीजेपी की सहयोगी दल JJP द्वारा सरकार से अपना सहयोग वापस ले लिया गया था.
7- अब हरियाणा राज्य की स्थापना (01 नवंबर 1966, रात्रि 12:00 बजे चंडीगढ़)
कर्क लग्न की कुंडली का भी
विश्लेषण करने की आवश्यकता है.
8- इस कुंडली के अनुसार वर्तमान में शनि की महादशा एवं शुक्र की अंतर्दशा अगस्त 23 से अक्टूबर 26 तक चल रही है. इसके अतिरिक्त शुक्र की अंतर्दशा में ही राहु की प्रत्यंतर दशा 5 अक्टूबर 2024 से प्रारंभ हो चुकी है. महत्वपूर्ण है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के वोटो की गिनती 8 अक्टूबर 24 में होगी.
9- वर्तमान प्रत्यंतर दशा स्वामी राहु राज्य स्थापना कुंडली के दशम भाव में चंद्रमा से 12वां भाव मैं स्थित है. इसके अतिरिक्त महादशा स्वामी शनि तथा अंतर्दशा स्वामी शुक्र के आपस में 6/8 का संबंध बने हुए हैं.
10- उपरोक्त के अतिरिक्त यह भी अत्यंत महत्वपूर्ण है कि वर्तमान में महादशा स्वामी शनि वक्री होकर स्थापना कुंडली के अष्टम भाव में गोचर करते हुए कुंडली के दशम भाव को अपनी तीसरी दृष्टि से प्रभावित कर रहे हैं जहां राजनीति के कारक राहु गृह विद्यमान है.
“निष्कर्ष” :
11- क्योंकि राज्य की स्थापना कुंडली का दशम भाव है राज्य सरकार को प्रदर्शित करता है इसलिए “वर्तमान चुनाव के उपरांत सरकार में बदलाव का प्रबल योग बन रहा है”.
12- उपरोक्त कुंडली के अतिरिक्त गहन विश्लेषण के आधार पर कांग्रेस – 58, बीजेपी – 23 तथा अन्य (निर्दलीय सहित) – 09 सीट पर जितने की प्रबल संभावना बन रही है.
अतः हरियाणा में कांग्रेस द्वारा पूर्ण बहुमत प्राप्त करते हुए चुनाव के उपरांत (लगभग 13 अक्टूबर 2024 तक) कांग्रेस द्वारा सरकार बनाए जाने की पूर्ण स्थिति दिखाई पड़ती है.
13- उपरोक्त के अतिरिक्त वर्तमान शनि की महादशा एवं शुक्र की अंतर्दशा के प्रभाव के कारण किसी दलित अथवा बैकवर्ड क्लास की महिला मुख्यमंत्री (कुमारी शैलजा जी) को चयनित किए जाने की भी प्रबल संभावना दिखाई पड़ती है.
14- श्री भूपेंद्र हुड्डा जी की कुंडली कभी विश्लेषण मेरे द्वारा किया गया है जिसमें वर्तमान ग्रह गोचर भी प्रबल राजयोग दर्शाते हैं. श्री हुड्डा जी के राज्य स्तरीय नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना दृष्टिगत हो रही है. यदि श्री हुड्डा जी मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाते हैं तो वह निकट भविष्य में अवश्य लोकसभा के सांसद बन जाएंगे.
इतिश्री
प्रोफेसर (डॉ.) अनिल मित्रा
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