अमावास्या तु सोमेन सप्तमी भानुना सह।चतुर्थी भूमिपुत्रेण सोमपुत्रेण चाष्टमी।।चतस्रस्तिथयो स्त्वेताः सूर्यग्रहण सन्निभाः।स्नानं दानं तथा श्राद्धं सर्वं तत्राक्षयं भवेत्।। सोमवारी अमावस्या, रविवारी सप्तमी, मंगलवारी चतुर्थी एवं बुधवारी अष्टमी तिथीयां सूर्यग्रहण के समान फल देने वाली कही गयी हैं। इन तिथियों में किया गया स्नान, दान, जप, तर्पण/श्राद्ध आदि अनंत फलदायी कहा गया है।इस दिन पवित्र नदियों… Continue reading बुधाष्टमी